अध्याय 192 भाग 4

एवरी

मेरे पेट में ठंडक का एक डर बैठ गया, लेकिन जल्द ही यह एक शुद्ध, अछूते क्रोध की लहर से ढक गया। उन्होंने सोचा कि वे मुझे कोने में धकेल सकते हैं, मेरा अपमान कर सकते हैं, मुझे धमका सकते हैं? अब और नहीं। यह एवरी अब वैसी नहीं रही। मैंने अपने किताबें जोर से जमीन पर गिरा दीं, उस आवाज ने शांत क्वाड ...

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